रुरा कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिला के अधिकारियों को यह निर्देश दिया था कि इस कोरोना महामारी के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएं। जिसके चलते हैं कानपुर देहात की मुख्य विकास अधिकारी जोगिंदर सिंह ने प्रत्येक ग्राम सभा में ग्राम रोजगार सेवक को निर्देशित करते हुए कहां की गांव में मनरेगा के तहत नाले की खुदाई, तालाब की खुदाई, कच्ची सड़क निर्माण आदि का कार्य चलाया। जिससे मनरेगा के तहत जॉब कार्ड धारकों को उनके गांव में ही उन्हें रोजगार मिल सके। पर आपको यह जानकर हैरानी होगी कि या सरकार द्वारा मनरेगा के तहत कराए जा रहे कार्यो की जो हकीकत है वह कुछ और ही बयां करती है। अकबरपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत रोशनमऊ के ग्राम रोजगार सेवक राजन त्रिवेदी के अनुसार यह जानकारी मिली की शासन के अनुसार मनरेगा श्रमिकों द्वारा मानक के अनुसार कार्य नही किया जा रहा है। जिसमें एमबी के समय यूपी डिस्ट्रिक्ट का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि सरकार ने जो मानक तैयार किया है उस मानक के अनुरूप प्रत्येक पुरुष समय को 72 वर्ग फुट तथा महिला समिति द्वारा 50 वर्ग फुट दिन का मानक शासन से निर्धारित है। जिसके तहत रोजगार सेवक द्वारा मनरेगा मजदूरों से कार्य कराया जा रहा है। मगर जो जमीनी हकीकत है उसके अनुसार दिए गए मानक के अनुरूप कार नहीं किया जा रहा। जिसके चलते हैं समस्त सचिव श्रमिकों से मानक के अनुसार कार्य कराने हेतु 7 घंटा कार्य कराएं तथा प्रत्येक ग्राम पंचायत में कार्य करने का समय निर्धारित करते हुए इसकी सूचना भी कार्यालय में दें। जिससे कि उस समय के अनुसार 1 ग्राम में मनरेगा के कार्यों का निरीक्षण किया जा सके। अगर मनरेगा श्रमिकों द्वारा भिलाई से कार्य किया गया तो प्रत्येक ग्राम पंचायत में एमबी के समय कार्य के विपरीत स्थित में धन का आवंटन होने से मनरेगा मजदूरों की मजदूरी में भी प्रभाव पड़ सकता है। क्योंकि जो पेमेंट का माध्यम होगा वह एमबी के अनुसार होगा और मनरेगा मजदूरों द्वारा डिजाइन किए गए कार्यों के कारण कार्य की अवधि बढ़ेगी। जिसके साथ साथ मनरेगा मजदूरों की मजदूरी भी बढ़ेगी परंतु काम का जो धन आवंटन होगा वह मानक के अनुसार होगा जिसके चलते हो सकता है कि कार्य के अनुसार मजदूरों की मजदूरी ना निकल चुके हैं जिसको लेकर समस्त सचिव व ग्राम रोजगार सेवकों को शासन द्वारा सूचना प्रदान की जा चुकी है।